काली माता की आरती | Kali Mata Ki Aarti in Hindi
काली माता की आरती का महत्व
काली माता की आरती करने से भय, रोग, शत्रु और नकारात्मक ऊर्जा दूर होती है। साधक को शक्ति, साहस और आत्मविश्वास की प्राप्ति होती है। विशेषकर अमावस्या, मंगलवार और शनिवार को माँ काली की आरती करने से विशेष लाभ मिलता है।
माँ काली का महत्व
माँ काली शक्ति, साहस और न्याय की अधिष्ठात्री देवी हैं। वे असुरों का संहार कर धर्म की रक्षा करती हैं। काली माता की पूजा करने से भय, रोग और शत्रुओं का नाश होता है तथा जीवन में आत्मबल और विजय की प्राप्ति होती है।
॥ काली माता जी की आरती ॥
अम्बे तू है जगदम्बे काली, जय दुर्गे खप्पर वाली,
तेरे ही गुन गाए भारती, हे मैया, हम सब उतारे तेरी आरती |
तेरे भक्त जनो पार माता भये पड़ी है भारी |
दानव दल पार तोतो माड़ा करके सिंह सांवरी |
सोउ सौ सिंघों से बालशाली, है अष्ट भुजाओ वली,
दुशटन को तू ही ललकारती |
हे मैया, हम सब उतारे तेरी आरती |
माँ बेटी का है इस जग जग बाड़ा हाय निर्मल नाता |
पूत कपूत सुने है पर ना माता सुनी कुमाता |
सब पे करुणा दर्शन वालि, अमृत बरसाने वाली,
दुखीं के दुक्खदे निवर्तती |
हे मैया, हम सब उतारे तेरी आरती |
नहि मँगते धन धन दौलत ना चण्डी न सोना |
हम तो मांगे तेरे तेरे मन में एक छोटा सा कोना |
सब की बिगड़ी बान वाली, लाज बचाने वाली,
सतियो के सत को संवरती |
हे मैया, हम सब उतारे तेरी आरती |
चरन शरण में खडे तुमहारी ले पूजा की थाली |
वरद हस् स सर प रख दो म सकत हरन वली |
माँ भार दो भक्ति रस प्याली, अष्ट भुजाओ वली,
भक्तो के करेज तू ही सरती |
हे मैया, हम सब उतारे तेरी आरती |
अम्बे तू है जगदम्बे काली, जय दुर्गे खप्पर वाली |
तेरे ही गुन गाए भारती, हे मैया, हम सब उतारे तेरी आरती |